हिड्ने कुर्ची माथी जड्या मान्छे
मातेर के भो माथि चढ्या मान्छे
गिदी किन चाहियो नाम किन्न
म त यसै नि मान वढ्या मान्छे
डर त लाग्छ ढलिन्छ कि भनी
भर के पर्नु टेकोमा अढ्या मान्छे
खडा छु ,कडा छु साथ दर्हो छ
नत्र किन उठथे म लड्या मान्छे
चम्काइदिए चम्के आखिर
म धेरैले आँखा गढ्या मान्छे
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